"भारत के निर्माण में युवाओं को आना पड़ेगा आगे" राजेश्वर सिंह
"भारत के निर्माण में युवाओं को आना पड़ेगा आगे" राजेश्वर सिंह.
कहा जाता है कि किसी देश को जानना हो तो सर्वप्रथम वहां के युवाओं के बारे में जानना चाहिए.पथभ्रष्ट व विचलित युवाओं का साम्राज्य खड़ा करके कभी कोई देश अपना चिरकालिक सांस्कृतिक स्वरूप ग्रहण नहीं कर सका है. राष्ट्र की युवा शक्ति ही समाज व राष्ट्र को नयी दिशा देने का सबसे बड़ा औजार है. वह अगर चाहे तो राष्ट्र की सारी रूप-रेखा बदल सकती है.
अपने हौसले व जज्बे से समाज में फैली विसंगतियों, असमानता, अशिक्षा, क्राइम आदि बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंक सकती है, लेकिन किसी भी देश की युवा शक्ति समाज को तभी सही दिशा में ले जा सकती है जब वह स्वयं सही दिशा में अग्रसर हो. दुर्भाग्य से आज हिंदुस्तान की युवा शक्ति कुछ उचित मार्गदर्शन व कुछ विकृत मूल्यों व संस्कृति के चलते अपनी राह से भटकी हुई प्रतीत होती है . इसलिए उभरते हिंदुस्तान में युवा शक्ति की आदर्श किरदार क्या होना चाहिए?
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